‘सुधार नहीं, आमूलचूल परिवर्तन हो…’ चुनाव आयोग के लिए अखिलेश यादव ने ऐसा क्यों कहा?
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के काम से जनता खुश नहीं है. अब आयोग में किसी सुधार की नहीं, बल्कि आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है. अखिलेश यादव ने आयोग पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने और राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया. कहा कि लोकतंत्र की रक्षा की बड़ी जिम्मेदारी आयोग के कंधे पर है. इसलिए आयोग को अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुननी चाहिए.
वोट चोरी के आरोपों से घिरे चुनाव आयोग पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में सुधार की नहीं, बल्कि इसमें आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र बचाने की ऐतिहासिक जिम्मेदारी चुनाव आयोग के कंधे पर है. लेकिन चुनाव आयोग के कामकाज से देश की जनता खुश नहीं है. उन्होंने कहा कि माना कि चुनाव आयोग पर कई प्रकार के अवांछित दबाव काम कर रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग को यह समझना चाहिए कि वह अकेले नहीं है.
अखिलेश यादव ने कहा कि जब चुनाव आयोग सही रास्ते पर चल पड़ेगा तो करोड़ों भारतवासियों का साथा उसका कवच बन जाएगा. सपा सुप्रीमो ने अपने सोशल मीडिया पर एक्स पर चुनाव आयोग का हौसला बढ़ाते हुए लिखा है कि सत्य के मार्ग पर चलनेवालों के साथ जनता और जन विश्वास स्वयं चलने लगता है. इसी के साथ उन्होंने चुनाव आयोग की जिम्मेदारी और जवाबदेही याद दिलाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि एक सही और साहसिक क़दम देश की अनंत पीढ़ियों का भविष्य और कल्याण सुनिश्चित कर सकता है.
दी अंतरात्मा की आवाज सुनने की सलाह
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग के संबंध में लिखे अपने पोस्ट में कहा है कि सबको अंतरात्मा की आवाज़ सुननी चाहिए. आरोप लगाया कि चुनाव आयोग एक पार्टी विशेष के दबाव में काम कर रही है और इसी दबाव की वजह से उसे अंतरात्मा की आवाज भी नहीं सुनाई दे रही. बता दें कि इस समय चुनाव आयोग पर विपक्ष हमलावर है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार वोट चोरी के आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठा रहे हैं.
यूपी में भी चल रहा बवाल
उत्तर प्रदेश में भी मुख्य विपक्षी पार्टी सपा और उसकी सहयोगी पार्टियां चुनाव आयोग पर हमलावर हैं. अभी हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बनारस में प्रेसकांफ्रेंस करते हुए वोट चोरी का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि बनारस में नरेंद्र मोदी चुनाव हार रहे थे, लेकिन चुनाव आयोग ने डेढ़ लाख वोटों से उन्हें जबरन जिता दिया. इसके बाद अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर हमले करते हुए कहा कि हाल ही में इंडिया गठबंधन ने आवाज बुलंद की तो वोट चोरी के मसामले में सुप्रीम कोर्ट को भी विपक्ष की बात माननी पड़ी.