डिंपल के सम्मान में उतरी BJP, कहा- महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं; अखिलेश की चुप्पी पर सवाल
सांसद डिंपल यादव पर मौलाना द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर घमासान मचा है. यूपी में मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि किसी हिंदी ने यह टिप्पणी की होती तो समाजवादी पार्टी सड़कों पर उतर कर आगजनी करती. बीजेपी महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी.
समाजवाजदी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और सांसद डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीदी की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बवाल मचा है. कई मुस्लिम धर्म गुरुओं ने भी इसको लेकर मौलाना रशीदी की निंदा की है. इस बीच अब बीजेपी भी डिंपल यादव के सम्मान में खड़ी हो गई है. यूपी में मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि इस मामले में अखिलेश यादव का चुप रहना बहुत ही निंदनीय है.
यूपी की महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को लखनऊ बीजेपी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में इसपर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की विचारधारा भले ही अलग है. लेकिन एक महिला सांसद को अपशब्द कहना पूरे नारी समाज का अपमान माना जाएगा. मंत्री ने सवाल किया कि क्या वोट बैंक के चक्कर में अखिलेश यादव पत्नी का अपमान सहन कर रहे है?
सियासी फायदे के लिए सहन कर रहे अपमान
सपा प्रमुख अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव और सांसद इकरा हसन 22 जुलाई को नई दिल्ली संसद मार्ग स्थित मस्जिद में गई थी. इस दौरान मस्जिद में मौजूद मौलाना साजिद रशीदी ने उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. वहीं, मंत्री बेबी रानी का कहना है कि आज एक सांसद पर टिप्पणी की गई है कल किसी भी महिला पर हो सकती है.
उन्होंने कहा कि मौलाना द्वारा सांसद डिंपल यादव को जैसा अपशब्द कहा गया, उसे एक सभ्य समाज सुनना पसंद नहीं करता है. अखिलेश यादव की चुप्पी यहां तक कहलाती है कि वोट के लिए वह कहां तक जा सकते हैं. मंत्री ने कहा कि सियासी फायदे के लिए वह अपनी पत्नी का अपमान सुन रहे है. अखिलेश को चुप्पी तोड़कर मौलाना का विरोध करना चाहिए.
क्या यही समाजवादी पार्टी का सम्मान है?
मंत्री का कहना है कि यह अपमान केवल डिंपल यादव का नहीं, बल्कि भारत की हर बेटी और महिला का अपमान है. समाजवादी पार्टी की चुप्पी दर्शाता है कि महिला की गरिमा इसके लिए जरूरी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी हर बेटी के सम्मान के लिए अडिग है. कांग्रेस की सांसद प्रियंका वाड्रा भी मौन हैं, जिन्होंने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा दिया था.
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया कि, क्या अखिलेश यादव को पत्नी का अपमान अस्वीकार नहीं लगता है?
समाजवादी पार्टी की चुप्पी महिला अपमान के प्रति सजग नहीं है. मंत्री ने कहा कि महिला सम्मान कांग्रेस और सपा के लिए महत्वपूर्ण नहीं है. उनके लिए पार्टी की महिला नहीं है राजनीति अहम है. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने भी इस पर सवाल खड़े किए है.