एक लाख का इनामी संदीप लोहार… नाम से खौफ खाते थे ट्रक डाइवर, पहलवान से अपराधी बनने की पूरी कहानी?
संदीप लोहार जो कभी उत्तर हरियाणा का एक नामी पहलवान था, साल 2013 में अपनी बेटी के एक्सीडेंट के बाद कुख्यात अपराधी बन गया. ट्रक ड्राइवरों को निशाना बनाकर उसने कई हत्याएं और लूटपाट कीं. आठ बदमाशों के गैंग का सरगना, संदीप पर एक लाख रुपये का इनाम था. इसे बीती रात यूपी एसटीएफ ने बागपत में मार गिराया है.
वह पहले अपने गांव में पहलवानी करता था. साल 2013 तक उत्तर हरियाणा के पहलवानों में उसका बड़ा नाम था. वह जिस भी अखाड़े में जाता, वहां के पहलवान उसे देखते ही खुश हो जाते. साल 2013 में ही कुछ ऐसा हुआ कि लोग उसके नाम से भी डरने लगे. खासतौर पर ट्रक डाइवरों में उसका खौफ सिर चढ़ कर बोलने लगा. हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश में बागपत के मांवी कला में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हरियाणा के कुख्यात बदमाश संदीप लोहार उर्फ संदीप पहलवान की. आज इस बदमाश का खौफ हमेशा के लिए खत्म हो चुका है.
हरियाणा में रोहतक के भैणी महाराज गांव में पैदा हुआ संदीप लोहार बचपन से ही मजबूत कद काठी का था. उसका पढ़ाई में उसका मन नहीं लगता था. वह अक्सर मौका देखकर कुश्ती देखने चला जाता था. यह देखकर उसके पिता ने पहलवानी करने की छूट दे दी. फिर क्या था, उसने बहुत कम उम्र में ही दाव पेंच सीख लिए और स्थिति ऐसी बनी कि बड़े बड़े पहलवानों को भी वह चुटकी देते हुए पटखनी देने लगा. फिर आया उसके करियर का टर्निंग पॉइंट, यानी साल 2013.
2013 में हुआ बेटी का एक्सिडेंट
एक दिन वह अखाड़े में कुश्ती लड़ रहा था, इसी दौरान सूचना मिली कि उसकी बेटी का एक्सिडेंट हो गया है. वह भागकर मौके पर पहुंचा तो पता चला कि किसी ट्रक ने उसे कुचल दिया है. इस घटना में उसकी बेटी की मौत हो गई थी. उसी दिन ट्रक चालक उसके दुश्मन हो गए. उसी दिन उसने पहलवानी छोड़ी और ट्रकों चालकों से लूट और उनकी हत्या जैसी वारदातें शुरू कर दी. अब तक उसने 4 ट्रक चालकों की हत्या को अंजाम दिया है. जबकि करीब दर्जन भर ट्रकों से लूट के भी मुकदमे दर्ज हुए हैं.
आठ बदमाशों का गैंग
हरियाणा एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक इस बदमाशों के गैंग में साल 2023 तक 8 बदमाश हुआ करते थे. इसी गैंग ने कानपुर के पनकी स्थित लॉजिस्टिक पार्क के बाहर खड़े एक ट्रक से करीब 4 करोड़ की निकिल प्लेटें उड़ाई थीं. इस मामले में कानपुर पुलिस ने इस गैंग के 5 बदमाशों को धर दबोचा था. हालांकि गैंग का सरगना संदीप पहलवान समेत तीन बदमाश फरार होने में सफल हो गए थे. पुलिस के मुताबिक इस घटना के बाद इस बदमाश ने फिर से अपने गैंग का पुर्नगठन किया था. हालांकि यह साफ नहीं हो सका है कि इसके गैंग में अब कितने लोग थे.
ऐसे देता था वारदात को अंजाम
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक इस गैंग के बदमाश पहले रैकी करते थे और जिस भी ट्रक चालक का शिकार करना होता था, ये अनजान बनकर उसके पास पहुंचते और दोस्ती कर लेते थे. इस दौरान झांसे में लेकर ट्रक चालक को शराब पिलाते और फिर हत्या कर लूट की वारदातों को अंजाम देते थे. इस दौरान ये बदमाश किसी हाल में जाहिर नहीं करते थे कि ये सब एक ही गैंग के हैं और एक दूसरे को जानते पहचानते हैं.